Thursday 25 June 2020

IQ (बुद्धिकुशलता) के साथ EQ (भावकुशलता) भी अति आवश्यक है।

*IQ (बुद्धिकुशलता) के साथ EQ (भावकुशलता) भी अति आवश्यक है।*

भावनाएं बुद्धि को ग़ुलाम बनाती है,
भावनाएं ही कर्म का उद्देश्य बताती हैं,
प्रत्येक कर्म का बीज भावनाओं में छिपा है,
कर्मफ़ल का सिद्धांत भावनाओं से जुड़ा है।

बुद्धिकुशलता को बढाने के लिए,
कई स्कूल-कॉलेज खुले हैं,
लेकिन सही भावनाओं के विकास पर,
आज किसी का ध्यान नहीं है।

जब भावनाएं नहीं सम्हलती,
तब बुद्धिकुशल लोग भी,
राह भटक जाते हैं,
नशे के गर्त में डूब जाते हैं।

जब भावनाएं नहीं सम्हलती,
तब बुद्धिकुशल लोग भी,
किसी की हत्या करते हैं,
या स्वयं की ही आत्महत्या कर लेते हैं।

शिक्षक, चिकित्सक, वक़ील, इंजीनियर, पुलिस इत्यादि...
यदि इन बुद्धिकुशल लोगों की भावनाएं सही न हों तो,
ये जनजन को लूटते है,
जब इनकी भावनाएं सही होती हैं तो,
तो ये जन जन की सेवा में जुटते हैं।

बुद्धिकुशल हो और जिसके भाव उत्तम हो,
वही राष्ट्र उपयोगी बनता है,
वही परिवार का संरक्षक बनता है,
वही समाज का कल्याण करता है।

अतः अभिवावकों व शिक्षकों से,
युगऋषि यह आह्वाहन करते हैं,
अपने बच्चों की बुद्धिकुशलता के साथ साथ,
भाव की निर्मलता पर भी आवश्यक ध्यान दें,
बुद्धिविकास के साथ भावना के विकास को भी,
बराबर वरीयता दें, प्रधानता दें।

🙏🏻श्वेता चक्रवर्ती
डिवाइन इंडिया यूथ असोसिएशन

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