😢 *नशा से मुक्त न हो पाने का कारण - मन द्वारा भटकाव*
आपको मन बुद्धू कुछ इस तरह बोलकर आपको भटकाता है:-
1-मुझे मुझ पर कंट्रोल है, नशा मैं हैंडल कर लूंगा
2- सब बड़े लोग पीते हैं, यह बड़े लोगों की पहचान है
3- कुछ एन्जॉय तो बनता है
4- मज़ा आता है इसे पीने से
5- सब नशा करने वाले सब नहीं मरते, मैं कंट्रोल में पियूँगा तो नहीं मरूंगा
6- यदि नशा नहीं करूंगा तो वो मित्र मुझे मित्र मंडली में नहीं रखेंगे
7- कॉरपोरेट में कस्टमर को नशा करवाना पड़ता है, तो उसे कम्पनी देने के लिए पीना पड़ता है।
ऐसे कुतर्क देकर पीने के लिए व नशा करने के लाइट प्रेरित करता है।
● *नशा मुक्ति के उपाय*
मन को क्लेश से मुक्त करना ही योग है, मन को इन कुतर्को से चित्त की वृत्तियों से बचाना ही योग है।
👉🏻 *मन के इन पांच क्लेश से मुक्त होंगे तो नशा मुक्ति आसान हो जाएगा।*
1- *अज्ञान* (मुझे नशे के दुष्प्रभाव व दुष्परिणाम पता नहीं था, ज्ञान प्राप्ति व अज्ञानता से मुक्ति)
2- *अहंकार* (मैं कर्ता का भाव छोड़ना)
3- *राग* (मोह व आसक्ति का त्याग)
4- *द्वेष* (दूसरे की प्रगति देख ईर्ष्या न करना)
5- *हठ* ( अभिनिमेश से मुक्त)
👉🏻 *निम्नलिखित क्रिया योग से नशा मुक्ति के उपाय-*
1- *जप* - शुभ मन्त्र - गायत्री मंत्र का जप, आत्मबल हेतु ऊर्जा का उत्पादन
2- *तप* - अभ्यास और वैराग्य, तप - तितिक्षा
3- *ध्यान* - जहां शरीर उपस्थित है वहीं मन भी उपलब्ध होना चाहिए।
4- *स्वाध्याय* - लौकिक और पारलौकिक दोनो का ज्ञानार्जन, स्वयं के उत्थान हेतु स्वयं का अध्ययन - मैं कौन हूँ- शरीर, मन या आत्मा? कौन मुख्य और कौन उपकरण?, आत्म समीक्षा व प्रेरक-धार्मिक पुस्तको का अध्ययन।
5- *ईश्वर प्रणिधान* - मैं ईश्वर के अनुसाशन में चलूंगा, मैं ईश्वर के निमित्त कार्य करूँगा। मेरे जीवन के प्रत्येक कर्म ईश्वर को समर्पित है।
6- *अंतर बाह्य स्वच्छ्ता* - साफ सफाई से रहना
7- *लोकहित कुछ न कुछ करना*
8- *आत्मीयता का विस्तार*
9- *भावनाओं में शुद्धि*
स्व-संकेत देते हुए स्वयं को मोटिवेट करना। नशे से स्वयं को दूर रखना। नित्य शुभ संकल्पों व शुभ विचार बोलकर जगना व सोना। ईश्वर को धन्यवाद देना। प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में ग्लास भरी व आधी ग्लास खाली है। सुबह सुबह जो जीवन मे परमात्मा के कृपा से मिली है, जैसे आप देख सुन बोल व चल सकते हैं, ऐसे परमात्मा की देन को सोचकर धन्यवाद दें, मुस्कुराए। रोज रात मौत और रोज सुबह नया जन्म मानें। 24 घण्टे नए उत्साह उमंग के साथ जीवन जियें।
💐श्वेता, DIYA
आपको मन बुद्धू कुछ इस तरह बोलकर आपको भटकाता है:-
1-मुझे मुझ पर कंट्रोल है, नशा मैं हैंडल कर लूंगा
2- सब बड़े लोग पीते हैं, यह बड़े लोगों की पहचान है
3- कुछ एन्जॉय तो बनता है
4- मज़ा आता है इसे पीने से
5- सब नशा करने वाले सब नहीं मरते, मैं कंट्रोल में पियूँगा तो नहीं मरूंगा
6- यदि नशा नहीं करूंगा तो वो मित्र मुझे मित्र मंडली में नहीं रखेंगे
7- कॉरपोरेट में कस्टमर को नशा करवाना पड़ता है, तो उसे कम्पनी देने के लिए पीना पड़ता है।
ऐसे कुतर्क देकर पीने के लिए व नशा करने के लाइट प्रेरित करता है।
● *नशा मुक्ति के उपाय*
मन को क्लेश से मुक्त करना ही योग है, मन को इन कुतर्को से चित्त की वृत्तियों से बचाना ही योग है।
👉🏻 *मन के इन पांच क्लेश से मुक्त होंगे तो नशा मुक्ति आसान हो जाएगा।*
1- *अज्ञान* (मुझे नशे के दुष्प्रभाव व दुष्परिणाम पता नहीं था, ज्ञान प्राप्ति व अज्ञानता से मुक्ति)
2- *अहंकार* (मैं कर्ता का भाव छोड़ना)
3- *राग* (मोह व आसक्ति का त्याग)
4- *द्वेष* (दूसरे की प्रगति देख ईर्ष्या न करना)
5- *हठ* ( अभिनिमेश से मुक्त)
👉🏻 *निम्नलिखित क्रिया योग से नशा मुक्ति के उपाय-*
1- *जप* - शुभ मन्त्र - गायत्री मंत्र का जप, आत्मबल हेतु ऊर्जा का उत्पादन
2- *तप* - अभ्यास और वैराग्य, तप - तितिक्षा
3- *ध्यान* - जहां शरीर उपस्थित है वहीं मन भी उपलब्ध होना चाहिए।
4- *स्वाध्याय* - लौकिक और पारलौकिक दोनो का ज्ञानार्जन, स्वयं के उत्थान हेतु स्वयं का अध्ययन - मैं कौन हूँ- शरीर, मन या आत्मा? कौन मुख्य और कौन उपकरण?, आत्म समीक्षा व प्रेरक-धार्मिक पुस्तको का अध्ययन।
5- *ईश्वर प्रणिधान* - मैं ईश्वर के अनुसाशन में चलूंगा, मैं ईश्वर के निमित्त कार्य करूँगा। मेरे जीवन के प्रत्येक कर्म ईश्वर को समर्पित है।
6- *अंतर बाह्य स्वच्छ्ता* - साफ सफाई से रहना
7- *लोकहित कुछ न कुछ करना*
8- *आत्मीयता का विस्तार*
9- *भावनाओं में शुद्धि*
स्व-संकेत देते हुए स्वयं को मोटिवेट करना। नशे से स्वयं को दूर रखना। नित्य शुभ संकल्पों व शुभ विचार बोलकर जगना व सोना। ईश्वर को धन्यवाद देना। प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में ग्लास भरी व आधी ग्लास खाली है। सुबह सुबह जो जीवन मे परमात्मा के कृपा से मिली है, जैसे आप देख सुन बोल व चल सकते हैं, ऐसे परमात्मा की देन को सोचकर धन्यवाद दें, मुस्कुराए। रोज रात मौत और रोज सुबह नया जन्म मानें। 24 घण्टे नए उत्साह उमंग के साथ जीवन जियें।
💐श्वेता, DIYA
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