प्रश्न - *दी, कृपया मुझे एक फ़्लैग होस्टिंग भाषण लिख कर दे दीजिए।*
उत्तर - आत्मीय बहन, इसमें कुछ और जोड़कर या सुधार कर अपने हिसाब से कल सुबह फ्लैग होस्टिंग में बोल सकती हैं।
प्रिय बच्चों,
आज हम लोग *flag hoisting के लिए यहां एकत्रित हुए हैं। वास्तव में यह दिन फ़्लैग होस्टिंग के साथ साथ फ्लैग होल्डिंग (Flag Holding) के लिए है। देश का झंडा फहराने के साथ साथ देश का सम्मान बढाने के लिए है। आज देश के लिए संकल्प लेने के का दिन है। क्या हमारे हाथों में इतनी ताकत और हृदय में इतना साहस है कि हम इस देश के सम्मान को होल्ड(उठा) सकें। इस देश का सम्मान बढ़ा सकें।
हम लोगों के पास दो ऑप्शन है, किस्मत को, परिस्थितियों को, समस्याओं को, नेताओं को इत्यादि को दोषी बताकर अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ लें। खूब बहाने बनाये और लोगों को बताएं क़ि क्यों हम नहीं कुछ कर पाए?
या दूसरा ऑप्शन यह है कि हम जिम्मेदारी उठाने के लिए आगे आये, देश का सम्मान बढ़ाने के लिए और देश को सम्मान दिलाने के लिए कमर कस लें। विपरीत परिस्थितियों से लड़कर उस पर विजय पाएं।
हम जो भी कैरियर अपने लिए चुने तो सोचें कि, इसमें ऐसा क्या बेहतर करें कि हमारे देश का नाम हो। जॉब या व्यवसाय के साथ साथ देश की सेवा भी हो जाये।
यदि प्लेयर बन रहे हो, तो उस खेल के सबसे बेस्ट इंटरनेशनल प्लेयर से कम्पटीशन करो। हाँ मैं इस खेल के द्वारा देश का झंडा विश्व मे लहराना चाहता हूँ।
यदि आर्मी चुन रहे तो सोचो जिस जगह मैं होऊंगा वहां से दुश्मन के छक्के छुड़ा दूंगा।
पुलिस ज्वाइन करो तो सोचो देश के अंदर पनपने वाले दीमकों भ्रष्टाचारियों का जड़ से सफाया कर दूंगा।
डॉक्टर इंजीनियर साइंटिस्ट जो भी बनूँगा तो विदेशों से बेस्ट सर्विस देश को दूंगा। व्यवसायी बनूंगा तो देश मे इतने रोजगार के अवसर पैदा करूंगा कि जिससे कुछ तो बेरोजगारी दूर हो।
मैं इस देश मे परिवर्तन चाहता हूँ, तो मैं इस परिवर्तन का स्वयं हिस्सा बनूँगा।
हमारे परमपूज्य गुरुदेव कहते हैं कि *हम सुधरेंगे, युग सुधरेगा। हम बदलेंगे, युग बदलेगा।।*
बदलाव की शुरुआत स्वयं से करेंगे। देश की सबसे बड़ी सेवा होगी स्वयं का सुधार।
हमारे अंदर इतनी देशभक्ति तो होनी ही चाहिए, कि यदि हम देश की समस्याओं के समाधान का हिस्सा न बन सके,
तो कम से कम हम देश के लिए समस्या तो न बनें। समस्या का हिस्सा न बनें।
देश की आज़ादी के लिये न जाने कितनों ने अपनी जान दी, भगत सिंह, सुभाष, गांधी करोड़ो स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों इत्यादि ने न जाने कितनी यातनाएं सही, उन्होंने स्वयं से पहले इस देश को रखा। अब हमारी बारी है। क्या हम देश के इस फ़्लैग की होस्टिंग और फ्लैग होल्डिंग के लिए तैयार हो। क्या देश का झंडा फहराने के साथ साथ देश का सम्मान बढ़ाने को तैयार हम तैयार हैं?
यदि हाँ, तो बोलो मेरे साथ,
भारत माता की जय!
भारत माता की जय!
भारत माता की जय!
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🙏🏻श्वेता चक्रवर्ती
डिवाइन इंडिया यूथ असोसिएशन
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