प्रश्न - दिन में 24 घण्टे क्यों होते हैं?भारतीय पञ्चाङ्ग किसे प्रमुखता देता है? सूर्य या चन्द्र की गति को?
उत्तर- यह पृथ्वी की स्पीड पर निर्भर करता कि वह अपनी धुरी पर घूमने में कितना वक्त लेती है। हमारी पृथ्वी अपनी धूरी पर घूमती है। यह धूरी एक काल्पनिक रेखा है जो उत्तर ध्रुव (North pole) से दक्षिण ध्रुव (South Pole) तक गुजरती हैं। हमें पृथ्वी के घूमने का एहसासा नहीं होता क्योंकि यह हमेशा एक ही गति से घूमती रहती है। नासा की वेबसाइट के अनुसार पृथ्वी के घूमने की गति है 1037 मील प्रति घंटा यानी 1670 किमी प्रति घंटा है। आप इस बात को ऐसे भी समझ सकते हैं कि भूमध्य रेखा (Equator) के किसी बिंदु पर खड़ा व्यक्ति 24 घंटे ( वास्तव में 23 घंटे 56 मिनट 4 सेकंड) में 40, 075 किमी का सफर कर लेता है। दिन-रात होने के संबंध में एक बात यह भी ध्यान देने योग्य है कि, धरती की जो धूरी है वह थोड़ी झुकी हुई है। भारतीय पञ्चाङ्ग चन्द्र व सूर्य दोनो के आधार पर समय गणना करता है। अंग्रजों का पञ्चाङ्ग सूर्य को मात्र वरीयता देता है। मुस्लिमों का पञ्चाङ्ग केवल चन्द्र को मात्र वरीयता देता है।
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