भारत एक कृषि प्रधान देश है, जहाँ गौ माता व वृषभ(बैल) पिता स्वरूप हैं, जो पालन पोषण व जीवन जीने में सहायक होते हैं।
माता - अर्थात जीवन देने वाली और प्राणों की रक्षा करने वाली। जन्मदात्री माता के पश्चात बालक/"मनुष्य जिसका दूध पीकर जीवन का रक्षण करता है वह गाय होती है।
गौमाता पूरे मानवजाति को दूध पिलाती है, अपितु एक गाय से निकला गोबर, गौ मूत्र से बना खाद धरती को पोषण देता है व ऑर्गेनिक व पोषकदायी जहरमुक्त अन्न उपज में मदद करता है। गौ मूत्र कई रोगों की दवा है।
बैल जब ट्रैक्टर नहीं था तो कृषि व्यवसाय और वाहन में उपयोग में लिए जाते थे। अतः वृषभ को शंकर जी का वाहन मानते हुए पूजन भी होता था।
No comments:
Post a Comment