Tuesday 20 October 2020

प्रश्न - इंसान चिड़चिड़ा स्वभाव से क्यों हो जाता है?

 प्रश्न - इंसान चिड़चिड़ा स्वभाव से क्यों हो जाता है?

उत्तर- कुछ करने व कुछ पाने की चाह बलवती हो, मग़र अपेक्षित चाहते पूरी न हों तो इंसान चिड़चिड़ा हो जाता है।

स्वास्थ्य खराब हो और हालत साथ न दे, फिर मजबूरी में कुछ करना पड़े तो भी इंसान चिड़चिड़ा हो जाता है।

योग्यता कम हो ख्वाईशें बड़ी हों, तो भी इंसान चिड़चिड़ा हो जाता है।

जब कोई चाहता है, सामने वाला उसकी समस्या व उलझन समझे, मग़र जब कोई समझता नहीं तो इंसान चिड़चिड़ा हो जाता है।

चिड़चिड़ापन क्रोध का एक अलग रूप होता है, इसमे व्यक्ति अशक्तता अनुभव करता है। इसलिए क्रोध का दावानल नहीं निकाल सकता, अतः भीतर दबे क्रोध व हताशा-निराशा को चिड़चिड़ापन की चिंगारी निकाल के व्यक्त करता है।

चिड़चिड़ापन से मुक्ति का उपाय है - अपनी जीवन की समस्या के समाधान में जुटना, अपनी ख्वाईशो से बड़ी योग्यता बनाना। ध्यान, प्राणयाम व अच्छी पुस्तको का स्वाध्याय करना।

💐श्वेता, DIYA

No comments:

Post a Comment

प्रश्न - रुद्र गायत्री मंत्र में *वक्राय* (vakraya) उच्चारण सही है या *वक्त्राय* (vaktraya) ?किसी भी देवताओं के गायत्री मंत्र में ' विद्यमहे’, ' धीमही’ और 'प्रचोदयात्’ का क्या अर्थ है?

 प्रश्न - रुद्र गायत्री मंत्र में *वक्राय* (vakraya) उच्चारण सही है या *वक्त्राय* (vaktraya) ?किसी भी देवताओं के गायत्री मंत्र में ' विद...