प्रश्न - क्या हमें दुसरो के अनुभव से सीख लेनी चाहिए? क्या सफल लोगों के साथ साथ असफल लोगों को भी पढना चाहिये?
उत्तर - प्रत्येक मनुष्य यदि मात्र स्वयं के अनुभव से सीख लेगा तो मुश्किल में पड़ जायेगा। जहर को ख़ाकर अनुभव करेंगे तो अनुभव बताने के लिए बचेंगे ही नहीं।
अतः बुद्धिकुशल मनुष्य वह है जो दुसरों की गलतियों से सीखे।
हमें सफल लोगों की जिंदगी के बारे में पढ़ने से यह पता चलता है कि उनकी सफलता के फार्मूले क्या थे जिन्हें अपनाकर हम सफल हो सकते हैं।
उदाहरण - पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम जी, वर्तमान प्रधानमंत्री मोदी जी, मुकेश अम्बानी जी बिजनेसमैन (यह सब अपने क्षेत्र में उम्मीद से बढ़कर प्रदर्शन किए)
हमें असफल लोगों की जिंदगी के बारे में पढ़ने से यह पता चलता है कि उनकी असफ़लता का कारण क्या था? जिन्हें हमारे जीवन मे नहीं होना देना है। उससे सीख ले सकते हैं।
उदाहरण - राहुल गाँधी जी नेता, अनिल अंबानी जी बिजनेसमैन, हर्षद मेहता ब्रोकर (यह सब वैसे धनी, नाम व पहचान वाले हैं, मग़र अपने प्रतिद्वंद्वी से पीछे जिन कारणों से रह गए वह उनकी असफ़लता कहलाएगी)
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