प्रश्न - ऐसा क्या करें कि जीवन में पछतावा न हो?
उत्तर - एक आदत बना लो कि सोचविचार के ही बोलो या कुछ करो।
बुद्धिमान सोचविचार कर बोलता व सोचविचार कर ही कुछ करता है,
साधारण इंसान बोलते हुए सोचते हैं, करते हुए सोचते हैं।
मूर्ख पहले बोलता है, बाद में सोचता है। करने के बाद सोचता है।
अतः यदि पछताना नहीं चाहते तो बुद्धिकुशल व दूरदर्शी बनो, कुछ भी बोलने और करने से पहले सोचविचार करो। जहां कन्फ्यूजन हो मन में पुनः विचार केंद्र बनाओ, निर्णय 6 घण्टे बाद लंबी गहरी श्वांस तीन बार लेकर, पांच बार गायत्री मंत्र पढंकर शांत हो, पुनः विचार कर लो फिर निर्णय लो।
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