प्रश्न - कुछ लोग खुशी मनाने से डरते क्यों हैं?
उत्तर - बचपन से मिले सँस्कार बच्चे के मन की प्रोग्रामिंग करते हैं। नकारात्मक दृष्टिकोण व भयग्रस्त माता पिता के बच्चे जब बड़े होते हैं तो उनमें भी नकारात्मक दृष्टिकोण और भय उनके मन मे पनप जाता है। वह ज्यादा खुश होने से इसलिए डरते हैं क्योंकि उनका ध्यान खुशी पर केंद्रित नहीं हो पाता। जो होगा देखा जाएगा जैसे बहादुरी वाली सोच नहीं अपना पाते। कुआं आधा खाली व आधी भरा है तो वह आधी का रोना रोयेंगे और आधी भरी की ख़ुशी न मनायेंग। उन्हें डर लगा रहता है कि कुएं से पानी पियेंगे तो वह खाली हो जाएगा। जबकि सत्य यह है कि वह कुंआ कभी नहीं सूखता जिसका जल लोग पीते व खर्चते रहते हैं। इसतरह ही उनके जीवन मे खुशी कभी कम नहीं होती जो खुशियाँ मनाते रहते हैं और खुशियां बांटते रहते हैं। मन की प्रोग्रामिंग हम बदल सकते हैं, बस अच्छी पुस्तको का स्वाध्याय करना होगा। युगऋषि पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य जी की पुस्तक - 'विचारों की सृजनात्मक शक्ति' पढ़िये, मदद मिलेगी।
💐श्वेता, DIYA
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