जीवन अनमोल है, इसे बेहतरीन तरीके से जीने हेतु निम्नलिखित कुछ चीज़ों को जीवन में अपना लें:-
1- जीवन के प्रति सकारात्मक नज़रिया रखें
2- सुबह सोकर उठने पर बिस्तर पर बैठे बैठे ही 5 मिनट गायत्री मंत्र या जो कोई ईष्ट भगवान/अल्लाह/गॉड जिस को भी मानते हैं उनका मन्त्र व प्रार्थना पढ़ें। ईश्वर को जीवन देने के लिए धन्यवाद दें। जो आपको चलने,बोलने, सुनने, कार्यकरने, सोचने व समझने की क्षमता ईश्वर ने दी है उसके लिए ईश्वर का आभार व्यक्त करें.
3- पाँच सकारात्मक ऊर्जा से भरे वाक्य स्वयं के लिए बोलें
* आज मेरा दिन शुभ रहेगा
* मैं बहुत सौभाग्यशाली हूँ
* मैं अपने कार्य क्षेत्र में कुशल हूँ
* आज का दिन में मेरा है
* मैं बहुत खुश हूँ क्योंकि मैं दुनियाँ का सर्वश्रेष्ठ व्यक्ति हूँ
4- नित्य योग-व्यायाम से तन मन तन्दरुस्त रखें। शरीर को अच्छा भोजन, मन को अच्छे विचार और आत्मा को ऊर्जा ध्यान व भक्ति से दें।
5- मन व जिह्वा को समझाएं - कि भोजन जीने के लिए खाया जाता है। हम मनुष्य खाने के लिए नहीं जीते। अतः स्वास्थ्यकर खाओ। व जंक फूड से दूर रहो।
6- सभी के जीवन मे कुछ कमियां व कुछ अच्छी चीजें होती है। अर्थात आधी ग्लास खाली व आधी भरी है। तो सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाएं आधी ग्लास भरी की ओर देखें।
7- जीवनसाथी और बच्चे इंसान हैं रोबोट नहीं। अतः उन्हें अपनी मर्ज़ी से चलाने की कोशिश न करें, उनकी भी बात सुने व अपनी बात भी तथ्य तर्क प्रमाण के साथ रखें। किसी की गलती होने पर उसे क्षमा कर दें, स्वयं की गलती होने पर क्षमा मांग ले। अहम(ego) घर तोड़ता है, क्षमा-प्रेम-सेवा व समर्पण से घर जुड़ता है।
8- जिसे प्रेम करते हैं उसे सम्मान व अपना थोड़ा कीमती समय भी अवश्य दें। उनके साथ क़्वालिटी वक्त बिताएं।
9- टेक्नोलॉजी को आप उपयोग करें, लेकिन टेक्नोलॉजी के मानसिक गुलाम मत बनो।
10- महंगी गाड़ी में पेट्रोल की जगह मिट्टी तेल नहीं डालते, वैसे ही महंगे शरीर में नशा का जहर मत डालिये।
11- मन बहुत अच्छा सेवक है और बहुत बुरा मालिक है। अतः मन को अपना सेवक बनाने के लिए उस पर नजर रखें व 15 मिनट ध्यान अवश्य करें।
12- कुछ न कुछ अपने कार्य क्षेत्र का अवश्य सीखें। उससे सम्बंधित पढ़ाई करते रहें। ज्ञान बांटने से बढ़ता है, मदद करने से भविष्य में मदद मिलने की संभावना बढ़ती है। अतः मदद थोड़ी बहुत करने का जब भी अवसर मिले तो अवश्य करें, ज्ञान भी बांटते चलें।
13- माता पिता व प्रियजनों जिनकी वजह से आपका वजूद बना उनके अहसानमंद रहें और उनसे मिलते-जुलते रहें।
14- अच्छा जल प्यास बुझाता है, गंदा जल प्यास भले न बुझाए लेकिन आग बुझा सकता है। अतः रिश्ते अच्छे हो या बुरे बनाये रखें।
15- रात को सोने से पूर्व भगवान को धन्यवाद दें, कुछ अच्छे विचार पढ़कर सोएं।
16- सुबह जो कार्य सूची दिनभर करने के लिए बनाई थी उसमें कितना हुआ व कितना बाकी रहा उसका भी ध्यान कर लें। कल क्या क्या करना है रात को एक बार सोच लें।
17- सोने से तीन घण्टे पूर्व खा लें, सुबह का भोजन गरिष्ठ हो तो हो लेकिन रात का भोजन हल्का सुपाच्य ही हो इसका ध्यान रखें।
18- नाभि व पैर के तलवों में नारियल या सरसों तेल से हल्की मालिश कर ले या केवल यूँ ही लगा लें। सरपर अपने प्यार से हाथ फेरें व उंगलियों से हल्की बिना तेल की मसाज कर रिलेक्स कर लें। व जगन्माता की गोद मे शिशु की तरह निश्छल भाव से सो जाएं।
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