*बोलो कैसे उसे मानव कहा जाय?*
स्वाद, मिठास व मधुरता के गुण बिना,
बोलो कैसे उसे मिठाई कहा जाय?
वैसे ही "प्यार, करूणा, दया, मानवता" के गुण बिना,
बोलो कैसे उसे मानव कहा जाय?
भाग्य सौभाग्य से मानव जन्म मिला,
मानवता के लिए बोलो क्या तुमने प्रयत्न किया?
यदि हृदय में भाव संवेदना का जागरण न किया,
बोलो कैसे उसे मानव कहा जाय?
परहित जो नित्य कुछ कर्म न किया,
जन जन में जो प्रभु को अनुभूत न किया,
परपीड़ा देख जो आंख में अश्रु न आये,
बोलो कैसे उसे धार्मिक कहा जाय?
राष्ट्रहित जो भाव मन में न जगे,
देशद्रोही को देख जो खून न खौले,
मातृभूमि की सेवा को जो ततपर न दिखे,
बोलो कैसे उसे राष्ट्रभक्त कहा जाय?
🙏🏻श्वेता, DIYA
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