प्रश्न - यदि किसी लड़की को प्यार में किशोरावस्था में धोखा मिला हो क्या उससे विवाह करना उचित है? लड़की ने विवाह से पूर्व ही मुझे सच्चाई बता दी है। वह ईमानदार व सच्ची दिखती है।
उत्तर - किशोरावस्था कच्ची उम्र होती है व समझदारी नहीं होती। बड़ी उम्र के लड़के ऐसी लड़कियों को बेवकूफ बना लेते हैं, बड़े बड़े सपने दिखाते हैं, व अपना उल्लू सीधा करने के बाद इन्हें छोड़ देते हैं।
एक ग़लती तो भगवान भी माफ़ करता है, तुममें देवत्व है तो उसे स्वीकार लो एवं विवाह कर लो। अपनी गलती स्वीकारना व सच्चाई अपने होने वाले पति को बताने की हिम्मत करना सराहनीय है। सत्य वो बोलते हैं जो सत्य की नींव पर अपना वैवाहिक जीवन शुरू करना चाहते है। तुम्हें धोखे में नहीं रखा व नए जीवन की शुरुआत सच्चाई व ईमानदारी से करने की हिम्मत दिखाई। सत्य बोलने वाले को पुरस्कार मिलना चाहिए न कि दण्ड।
उस लड़की का सत्य केवल स्वयं तक रखना, किसी भी नाते रिश्तेदार, घनिष्ठ मित्र से शेयर मत करना। उसने तुम पर विश्वास किया है, उस विश्वास को मत तोड़ना।
विवाह उससे करना है या नहीं, यह निर्णय केवल तुम्हारा है। शांत जगह पर बैठ कर विचार करो और जो दिल और दिमाग कहे उसे सुनो, व निर्णय लो।
इस दुनियां में कोई भी परफेक्ट नहीं है। विवाह से पूर्व विचार मिलने आवश्यक है, एक दूसरे पर भरोसा अनिवार्य है। क्योंकि यह एक उम्र भर का लंबा सफ़र है।
विवाह के पूर्व जो भी हुआ उसे भूलकर, विवाह के बाद क्या क्या एक दूसरे के प्रति ईमानदारी, विश्वास, सहयोग व सम्मान होना चाहिए उस पर चिंतन करें। एक दूसरे से इस पर बात कर निर्णय लें। एक दूसरे के परिवार व माता पिता को सम्हालने का भी उत्तरदायित्व निभाने हेतु मनःस्थिति तैयार करें। हिंदुस्तान में विवाह में लड़के व लड़की बंधन में बंधते है, साथ ही दो परिवारों भी बन्धन में बंधते है। अतः मनःस्थिति तद्नुसार तैयार करें, नए जीवन की शुरुआत के साथ साथ परिवार भी सम्हालना है यह ध्यान रखें।
🙏🏻श्वेता, DIYA
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