समलैंगिक व किन्नर लोग मनुष्य के साथ भेदभाव न करें, उन्हें अपमानित न करें। उन्हें भी सम्मान से हमारी व आपकी तरह जीने का अधिकार है।
कई किशोर व युवा इस भेदभाव से परेशान हो आत्महत्या कर लेते हैं क्योंकि उनका परिवार व समाज उन्हें अपमानित करता है।
जो उनकी कुंडली व किस्मत में है, उसे स्वीकारें। यह रोग नहीं है, यह एक मनःस्थिति है।
https://youtu.be/S7qPyvtZTvA
No comments:
Post a Comment