प्रश्न - ग़ायत्री मन्त्र से अभिमंत्रित जल बंजर जमीन को उपजाऊ व मुरझाए वृक्ष को हरा भरा कर सकता है?
उत्तर- किसी भी अनगढ़ व्यक्ति के द्वारा अभिमंत्रित ग़ायत्री मन्त्र जल से बंजर भूमि व मुर्झाया पौधा हरा भरा नहीं होता। अभिमंत्रित जल एक सिद्ध ग़ायत्री साधक द्वारा ही असर करता है। यदि सिद्ध साधक चाहे तो जल को ग़ायत्री मन्त्र जल से अभिमंत्रित कर व उसके साथ अपने ग़ायत्री तप का एक अंश डालकर सङ्कल्प बल से वह अभिमंत्रित जल छिड़क के मुरझाया मृत पौधा हरा भरा और बंजर भूमि उपजाऊ कर सकता है।
बेहतरीन तलवार के साथ साथ तलवार धारक की युध्द अभ्यास कठोर तपस्या विजय दिलाती है।
वैसे ही सबसे बड़े ग़ायत्री मन्त्र की पूर्ण शक्तियों के प्रदर्शन के लिए मन्त्र सिद्ध साधक की गहन तपस्या लगती है।
ग़ायत्री मन्त्र उसी व्यक्ति के जीवन को बदल सकता है जो इसकी साधना गहराई से व नियमानुसार करेगा। इस मन्त्र को आचरण में उतारेगा।
तोते की तरह मन्त्र रटने से अभीष्ट परिवर्तन न घटेगा, तपस्वियों की तरह मन्त्र को आचरण में उतारने व इसे साधने पर अभीष्ट परिवर्तन अवश्य घटेगा।
यह मन्त्र कलियुग की कामधेनु है, सबकुछ मिल सकता है। मगर इस कलियुग की कामधेनु को प्रशन्न करने के लिए बड़े लाभ के लिए राजा दिलीप और विश्वामित्र की तरह तप करना होगा।
जितनी जितनी हमारी ग़ायत्री मन्त्र साधना बढ़ रही है, त्यों त्यों उतने अंशो में हम इसकी शक्तियों से जुड़ते रहेंगे।
💐श्वेता चक्रवर्ती
डिवाइन इंडिया यूथ असोसिएशन
No comments:
Post a Comment