Monday 26 December 2022

सत्य घटना - क्या सच में नशे से समस्या सुलझेगी? पात्र के नाम प्राइवेसी हेतु बदल दिए गए हैं

 *सत्य घटना - क्या सच में नशे से समस्या सुलझेगी? पात्र के नाम प्राइवेसी हेतु बदल दिए गए हैं*


(गुड़गांव की एक आई टी कम्पनी में प्रोजेक्ट दीपावली पर लाइव जाना, QA और Developer Team की गर्मा गर्म बहस चल रही है। दो टीम लीड जिसमें एक गायत्री परिवार का आध्यात्मिक व्यक्ति रवि है और दूसरा आधुनिक पाश्चात्य प्रेरित व्यक्ति रमेश है। वर्क लोड दोनो के पास बराबर है, तनाव भी बराबर है। रमेश और उसकी टीम बार बार उठकर सिगरेट पीने जा रहे हैं, वही रवि की टीम कैफेटेरिया में स्वास्थ्यकर बाते करते हुए हंसी मज़ाक कर रहे हैं। मैनेजर महेश प्रोजेक्ट का अपडेट लेने के लिए दोनों टीम के पास जाते हैं।)


मैनेजर - तुम दोनों स्टेट्स रिपोर्ट दो..


रवि - सर, हमें असाइन किया हुआ टास्क हो गया है साथ ही QA Pass भी हो गया है।


रमेश - सर, हमारी तरफ से हमने कर दिया है, मग़र QA Team बार बार छोटी छोटी चीजों को लेकर हल्ला कर रहे हैं, QA Pass नहीं हुआ।


मैनेजर महेश - रमेश कुछ सीखो रवि से, वह अपनी टीम से काम भी ले लेता है, QA team से समझकर सारे Issues भी Resolve कर देता है। न उसकी टीम को उससे समस्या है और न ही QA Team से उसकी कोई बहस होती है। वह तुमसे जल्दी काम करके दुसरो की मदद भी ऑफिस में करता है।


रवि प्लीज़ रमेश की मदद कर दो, मुझे कल क्लाइंट को डेमो देना है।


(रवि अपने स्वभाव अनुसार रमेश की मदद करता है, रमेश तनाव में बार बार उठकर सिगरेट पीने जाता है। )


रवि ने रमेश को टोंकते हुए कहा - कि यदि तुम बार बार ऐसे उठकर बाहर जाओगे तो तुम्हारा काम आज नहीं पूरा हो पायेगा, फिर तुम कल भी मैनेजर से डांट खाओगे।


रमेश - मैं टेंशन रिलीज़ करने के लिए सिगरेट पीता हूँ, क्या तुम देखते नहीं कि कितनी टेंशन है..


रवि - पिछले 15 दिन से मैं तुम्हें देख रहा हूँ, तुम तनावग्रस्त हो, क्या सच में नशे से समस्या सुलझेगी? तुमने तीन पैकेट सिगरेट से कितनी समस्या सुलझाई? यदि सिगरेट इतनी कारगर थी तो तुम आज डांट न खाते? सिगरेट पीने से ब्रह्मज्ञान मिल जाता और समस्या सुलझ जाती...


रमेश - बात तो तुम सही कह रहे हो, समस्या नहीं सुलझती लेक़िन यदि मैं नशा न करूँ तो मैं पागल हो जाऊंगा। तुम बताओ तुम टेंशन के वक्त क्या करते हो? 


रवि - जैसे ही मैं तनाव में होता हूँ या टीम तनाव में होती है, कैफेटेरिया जाता हूँ टीम को लेकर जाता हूँ। सभी से कहता हूँ कि आई टी फील्ड में हमें जॉब यह तनाव झेलने के लिए ही मिली है। फ़ौजी को युद्ध मे और डॉक्टर को हार्ट के ऑपरेशन में रीटेक का मौका नहीं मिलता, एक गलती वहीं मृत्यु। परन्तु हम जीवंत वस्तु पर काम नही करते और हमें रीटेक का मौका मिलता है। QA से लड़ो मत वह हमारी व्यक्ति गलती व्यक्तिगत दुश्मनी में नहीं निकाल रहे। वह प्रोडक्ट को बेहतर बनाने में और Error free बनाने में हमारी मदद कर रहे हैं। हम सब जॉब कर रहे हैं।


तनाव दूर करने के लिए सभी एक ग्लास पानी हाथ में लो, उसे देखो और मन ही मन तीन बार गायत्री मंत्र जपो। भावना करो कि तुम्हारी योग्यता और बुद्धि बढ़ रही है, मन शांत और आंनद में है। तुम कोई भी टेक्निकल समस्या सुलझाने के योग्य बन रहे हो। अब इसे घूंट घूट करके पीओ और गहरी श्वांस लेते रहो।


रमेश तुमने सिगरेट ट्राई कर लिया है, तुम एक बार आध्यात्मिक विधि ट्राई कर लो। जो काम सिगरेट तनाव दूर करने का नहीं कर पाई वह अभिमंत्रित जल अवश्य कर देगा।


(रमेश ने सोचा एक बार इसे भी ट्राई करके देखते हैं। रवि और रमेश अच्छे दोस्त बन गए। रवि ने रमेश को घर मे गायत्री मंत्र जप और उगते सूर्य के ध्यान की विधि बताई, जिससे उसे और अधिक बुद्धि प्रखर करने, यादाश्त बेहतर करने और तनावमुक्त होने में मदद मिले। रमेश ने रवि के बताए विधि का अनुसरण किया, प्रोजेक्ट समय पर पूरा हुआ। धीरे धीरे रमेश ने नशा छोड़ दिया। अब वह अपनी टीम के साथ तनाव के समय सिगरेट नहीं पीता अपितु हंसते मुस्कुराते गायत्री मंत्र अभिमंत्रित जप सिप करके पीता है और प्रशन्नचित्त रहता है) ।


💐श्वेता चक्रवर्ती

डिवाइन इंडिया यूथ असोसिएशन

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