Thursday, 22 December 2022

प्रश्न - बर्न आउट सिंड्रोम क्या है? कारण, लक्षण, बचाव एवं उपचार क्या है? क्या गायत्री मंत्र जप और ध्यान से इसको क्योर कर सकते हैं?

 प्रश्न - बर्न आउट सिंड्रोम क्या है? कारण, लक्षण, बचाव एवं उपचार क्या है? क्या गायत्री मंत्र जप और ध्यान से इसको क्योर कर सकते हैं?


उत्तर- मनोवैज्ञानिक समस्या के रूप में 20% लोग बर्न आउट सिंड्रोम से ग्रस्त हैं। यह मर्ज तीन स्तरों पर व्यक्ति के जीवन को प्रभावित करता है- अत्यधिक थकान, काम से ऊबना, कार्यक्षमता और आत्मविश्वास में कमी के कारण ऑफिस में कमजोर परफॉर्मेंस आदि। इन बातों का लोगों के निजी और प्रोफेशनल लाइफ पर बुरा असर पड़ता है।


*बर्नआउट सिंड्रोम के कारण*

1- अपनी रूचि के अनुकूल करियर का चुनाव न करना, या योग्यता अधिक और मजबूरी में कम स्तर का काम करना

2- कार्यस्थल पर खराब माहौल का होना

3- तनावपूर्ण पारिवारिक-सामाजिक संबंध भी ऐसी समस्या के लिए जिम्मेदार होते हैं।

4- कोई बड़ी आर्थिक परेशानी या कर्ज के बोझ के कारण भी व्यक्ति को बर्न आउट सिंड्रोम हो सकता है।


*बर्न आउट सिंड्रोम के लक्षण*

- हमेशा ऑफिस की बातों को लेकर मन में बेचैनी रहना।

- पर्याप्त नींद लेने के बाद भी थकान महसूस होना।

- उदासी और डिप्रेशन फील होना।

- ऑफिस पहुंचते ही तनाव का बढ़ना।

- कार्य करने में आलस आना

- प्रोडक्टिविटी में गिरावट

- आत्मविश्वास में कमी

- अति परफेक्शन की आदत

- किसी भी काम को करने पर गहरी असंतुष्टि 


*बर्न आउट सिंड्रोम से कैसे करें बचाव*


*सांसारिक उपाय*


- अच्छी पुस्तकों का स्वाध्याय करें ताकि हमेशा अच्छा और पॉजिटिव सोच सकें।

- अपने वर्क स्टेशन को कुछ मोटिवेशनल कोट्स से सजाएं।

- पर्याप्त नींद लें। 7-8 घंटे की सुकून भरी नींद बहुत जरूरी है।

- दोस्तों और रिश्तेदारों से मिलने-जुलने का समय जरूर निकालें।

- सोशल मीडिया की निगेटिव से दूर रहें, जो तभी पॉसिबल होगा जब आप इसका कम से कम इस्तेमाल करेंगे।

- अपनी पसंदीदा चीज़ों को करने पर फोकस करें। कुछ नया सीखें जिससे दिमाग व्यस्त रहे।  


*आध्यात्मिक उपाय*


1- नित्य 20 मिनट गायत्री मंत्र जप, चन्द्र गायत्री मंत्र जप और पूर्णिमा के चांद के ध्यान से बर्न आउट सिंड्रोम स्वतः नियंत्रित होने लगता है।

2- गायत्री मंत्र जप और ध्यान से हैप्पी हार्मोन्स के निकलने से दिमाग शांत, रिलेक्स और तरोताज़ा महसूस करता है।

3- गायत्री मंत्र जप से सोचने की कला आती है तो व्यक्ति कार्य को व्यवस्थित और अच्छे तरीके से कर पाता है। समय प्रबंधन में मदद मिलती है।


*रिसर्च रेफरेंस*:-

देवसंस्कृति विश्वविद्यालय उत्तराखंड की रिसर्च में पाया गया कि गायत्री मंत्र और यज्ञ से बर्न आउट सिंड्रोम को नियंत्रित किया जा सकता है।


डी एम वायनाड आयुर्विज्ञान की शोध में पाया गया कि गायत्री मंत्र से तनाव को नियंत्रित और संज्ञानात्मक फंक्शन को बेहतर किया जा सकता है।


जर्नल ऑफ इंडोनेशिया नेशनल नर्स असोसिएशन की रिसर्च अनुसार गायत्री मंत्र जप से बर्न आउट सिंड्रोम को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है।


🙏🏻श्वेता चक्रवर्ती

डिवाइन इंडिया यूथ असोसिएशन

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