हे राम! जय श्रीराम!
तुम से ही है, सनातन संस्कृति की शान,
तुम ही हो मर्यादा पुरुषोत्तम, हे श्रीराम,
तुम ही हो देवों में उत्तम, हे जानकी नाथ..
हे राम! जय श्रीराम!
तुम से ही है सनातन संस्कृति की शान...
भक्ति तुम्हारी, शक्ति से भर देती है,
भक्ति तुम्हारी, दुःख दर्द हर लेती है,
नाम तुम्हारा, बिगड़े काम बना देता है,
नाम तुम्हारा, सारे डर भगा देता है...
हे राम! जय श्रीराम!
तुम से ही है सनातन संस्कृति की शान...
हमें अपनी शरण में ले लो,
मर्यादा - साहस के गुण दे दो,
रावण राज मिटा के,
राम राज्य स्थापित करने का बल दे दो..
हे राम! जय श्रीराम!
तुम से ही है सनातन संस्कृति की शान..
हे राम! तेरा चरित्र मेरे मानस में उतर जाए,
हे राम! मेरे व्यक्तित्व में, बस तू ही तू नज़र आये,
राम भक्त मेरी पहचान बन जाये,
राम नाम की मणि से मेरा जीवन रौशन हो जाये..
हे राम! जय श्रीराम!
तुम से ही है सनातन संस्कृति की शान..
💐श्वेता चक्रवर्ती
गायत्री परिवार, गुड़गांव, हरियाणा, भारत
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